इ न दिनोमे देश के हर एक युवक योग करना पसंद करता है । पतांजलि महर्षि ने योग विद्या विधिपूर्वक बताया है, लेकिन हमें इस महान विद्या को सही ढंग से करके इस का फाइदा लेना है । अपने प्यारे पंत प्रधानि श्री नरेंद्र मोदी ने योग विद्या पर जोर दिया है. अब दुनिया के सभी देशवासी इस महान विद्या का लाभ उठा रहे है । महर्षि पतंजलि(Maharishi Patanjali) भारत के प्रथम योग गुरु थे| वह व्याकरण आचार्य पाणिनि के शिष्य थे| इनका जनम गोनारघ(गोनिया) नामक स्थान पर हुआ था लेकिन बाद में वह काशी के नागकूप में बस गए थे| महर्षि पतंजलि को शेषनाग का अवतार मानकर उनकी पूजा भी की जाती हैं|पतंजलि द्वारा रचित तीन ग्रन्थ प्रमुख हैं| 1. योगसूत्र 2. अस्टध्यायी पर भाष्य ३. पतांजलि योगविद्य The resident of Himalaya CHS, Shri. Pariharji, was performing Shirsasan, Vajrasan, and Padmasan in the Joggers' park. I was very much impressed and requested him whether his photo could be displayed on the social network media like FACE BOOK. He readily agreed. Next day he came well ...